गिलोय घनवटी जिसे गुरुची भी कहा जाता हैं, एक आयुर्वेदिक औषधि है जो गिलोय (टिनोसपोरा कोर्दिफोलिया) पौधे के पत्तियों से बनती है। यह औषधि विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में इस्तेमाल होता हैं ।

गिलोय घनवटी
फोटो क्रेडिट – पतंजलि आयुर्वेदा

गिलोय घनवटी कैसे बनाते हैं:

इसको बनाने की विधि में निम्लिखित स्टेप्स शामिल हैं

  1. गिलोय के डंठल को साफ करें और छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़कर खल-मूशल में कूट लें।
  2. खल और मूशल नहीं है तो पत्थर का सिल्वट्टा उपयोग करें।
  3. गिलोय को कूटने के बाद भगोने में पानी और गिलोय के पाउडर का 1:4 अनुपात में मिलाएं।
  4. पानी खौलने लगे तो कूटा हुआ गिलोय डालें और मध्यम आंच पर चूल्हा चलाएं।
  5. जब भगोने का पानी तीन चौथाई जल चुका हो और एक चौथाई बच जाए, तो चूल्हा बंद कर दे !
  6. सूती कपड़े में छानकर गिलोय के रस को निचोड़ें।
  7. रस निकालने के बाद, उबले हुए गिलोय के घन को फिर से चूल्हे पर चढ़ा दें।
  8. जब गिलोय का घन सूख जाए और गोलियों का आकार बन जाए, तो उसे वातानुकूलित स्थान पर रखकर सूखने दें।
  9. यदि जल्दबाज़ी है तो गिलोय से प्राप्त गिलोय के घन में थोड़ी मात्रा में गिलोय का पाउडर मिला दें और गोलियां बना लें।

इसके अवयव क्या क्या है?

अवयवउपयोग
गिलोयइम्यूनिटी बढ़ाने और संक्रमण से लड़ने में सहायक, सायनस में लाभाकरी
नीमत्वचा संबंधी समस्याओं के इलाज में मददगार
गुड़मारशरीर के शुगर स्तर को नियंत्रित करने में मददगार
तुलसीश्वास नलिकाओं की सुरक्षा में मददगार
दारुहल्दीसंक्रमण रोधी गुणों के कारण मशहूर
मुलेठीखांसी और जुकाम के उपचार में सहायक

गिलोय घनवटी का सदी जुखाम में उपयोग:

सदी जुखाम (सीजनल कोल्ड और फ्लू) में गिलोय घनवटी का उपयोग आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। यह श्वास नलिकाओं की सुरक्षा में भी सहायक होता है जिससे आपकी सांस लेने की प्रक्रिया सहज होती है। इसे अपने चिकित्सक की सलाह पर उचित मात्रा में लें।

सावधानियां

यह एक जवारघन (ज्वरनाशक) औषधि हैं, इसके इस्तेमाल में निम्न सावधानियो का पालन होना चाहिए ।

  1. डोज़ का पालन : सही खुराक आपके व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करती है। अपने चिकित्सक के सलाह से ले।
  2. गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान इसे सेवन करने से बचे ।
  3. नार्मल शरीरिक प्रतिक्रिया: कुछ लोगों में सेवन के बाद जल्दी थकना, चक्कर आना आदि लक्षण देखे गये हैं !
  4. दवा के साथ खाना: गिलोय घनवटी को खाने के बाद लेना सुझाया जाता है।
  5. अन्य दवाओं के साथ : यदि आप अन्य किसी दवा का सेवन कर रहे हैं, तो इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से संपर्क करे।
  6. अधिक मात्रा से बचें: अधिक मात्रा में सेवन से शरीर पर असाध्य प्रभाव पड़ सकते हैं। सही खुराक एवं मात्रा के लिए चिकित्सक से मिले |