बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने का उपाय
बवासीर के मस्सों को हटाने के उपाय में आक के पत्ते और सहजन के पत्ते का मलहम बना कर लगाने से मस्सों से छुटकारा मिलता है। नीम का तेल और हल्दी कड़वी तोरई के रस में मिला कर मस्सों पर लगाये। नियमित रूप से इश रामबाण उपाय को करने पर मलद्वार के मस्से जड़ से खत्म हो जाते है।
नींबू और दूध पीने से क्या होता है?
दूध पीने के बाद दही, नींबू या किसी और खट्टी चीजों का सेवन करने से बदहजमी हो जाती है क्योंकि पेट में जाकर दूध फट जाता है और पेट से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं। परिणाम: एसिडिटी, उल्टी या मतली जैसी समस्या हो जाती है।
नीबू खाने से क्या होता है?
यह खराब गले, कब्ज, किडनी और मसूड़ों की समस्याओं में राहत पहुंचाता है। साथ ही ब्लड प्रेशर और तनाव को कम करता है। त्वचा को स्वस्थ बनाने के साथ ही लिवर के लिए भी यह बेहतर होता है। 2 पाचन क्रिया, वजन संतुलित करने और कई तरह के कैंसर से बचाव करने में नींबू पानी मददगार होता है।
शराब में नींबू मिलाकर पीने से क्या होता है?
शराब पीते समय कभी भी नींबू और अंगूर जैसे फल नहीं खाने चाहिए. ये पेट में पहुंचकर म्यूकस में तब्दील हो जाते हैं जिससे सर्दी खांसी और कफ की दिक्कत हो सकती है.
नींबू खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए?
दही के साथ नींबू खाने से मना किया जाता है. कहा जाता है कि इससे सर्दी-जुकाम, साइनस या एलर्जी हो सकती है. केवल दही ही नहीं, सभी तरह के डेयरी प्रोडक्ट्स को नींबू के साथ खाने से शरीर पर उल्टा असर होता है. फलों में पपीते के साथ नींबू का सेवन नहीं करना चाहिए.
बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम
20 साल पुरानी बवासीर का इलाज
कुछ लोगों ने बताया कि एक गिलास (गिलास शीशे का हो तो ज्यादा बेहतर होगा) छाछ में एक चम्मच नारियल की जली हुई जटा की खूब बारीक पिसी राख मिला सुबह खाली पेट लेने से नई या पुरानी खूनी बवासीर में बहुत जल्दी फायदा मिलता है।
बवासीर की अंग्रेजी दवा क्या है?
अगर व्यक्ति चिड़चिड़ा या तनाव में रहने लगे तो उसे नक्सवोमिका दी जाती है। इस रोग में अत्यधिक रक्तस्राव के साथ जलन, दर्द और चलने-फिरने में परेशानी होने पर हेमामिलिस दवा प्रयोग में ली जाती है। महिलाओं में कब्ज की वजह से पाइल्स हो सकती है।
कुछ लोगों ने बताया कि एक गिलास (गिलास शीशे का हो तो ज्यादा बेहतर होगा) छाछ में एक चम्मच नारियल की जली हुई जटा की खूब बारीक पिसी राख मिला सुबह खाली पेट लेने से नई या पुरानी खूनी बवासीर में बहुत जल्दी फायदा मिलता है।
पुरानी से पुरानी बवासीर को कैसे ठीक करें?
कुछ लोगों ने बताया कि एक गिलास (गिलास शीशे का हो तो ज्यादा बेहतर होगा) छाछ में एक चम्मच नारियल की जली हुई जटा की खूब बारीक पिसी राख मिला सुबह खाली पेट लेने से नई या पुरानी खूनी बवासीर में बहुत जल्दी फायदा मिलता है।
बादी बवासीर की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?
बवासीर कि समस्या होने पर नारियल के तेल में थोड़ा सा हल्दी पाउडर मिलाकर इसे अपने पाइल्स की जगह पर यानी हल्के हाथों से या कॉटन लगाने से आपको गुदा के हिस्से पर होने वाले बवासीर से राहत मिलती है. इसे कुछ दिनों तक लगातार करें.
बवासीर जड़ से खत्म कैसे हो?
पाइल्स की समस्या ससे निजात पाने के लिए इसके 3-4 पत्तों को चबाकर खा लें। इसके साथ चाहे तो आप 1-2 काली मिर्च भी खा सकते हैं। बवासीर की समस्या से निजात पाने के लिए 100 ग्राम त्रिफला पाउडर के साथ 100 ग्राम बकायन और 100 ग्राम नीम की निबोली मिलाकर पाउडर बना लें। इसका सेवन करने से आपको लाभ मिलेगा।
बवासीर में कौन सा फल खाना चाहिए?
बवासीर से परेशान लोगों के लिए सेब, अंगूर, प्रून और जामुन जैसे फलों को छिलके सहित खाना बहुत फायदेमंद है। ये सभी फल फाइबर, विटामिन और मिनरल से भरपूर हैं, जो स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे हैं।
बवासीर में क्या क्या चीज का परहेज करना चाहिए?
पाइल्स के मरीज को खाने-पीने में इन चीजों का करना चाहिए परहेज :
- अगर आप पाइल्स के मरीज हैं तो आपको बहुत अधिक ऑयली और मसालेदार चीजें खाने से परहेज करना चाहिए. …
- पाइल्स के मरीज को बहुत अधिक फास्ट फूड नहीं खाना चाहिए. …
- अगर आपको पाइल्स की समस्या है तो राजमा और दूसरी दालें जैसे मसूर आदि खाने से परहेज करें.
बवासीर को जड़ से खत्म कैसे करें? बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने का उपाय
पाइल्स की समस्या ससे निजात पाने के लिए इसके 3-4 पत्तों को चबाकर खा लें। इसके साथ चाहे तो आप 1-2 काली मिर्च भी खा सकते हैं। बवासीर की समस्या से निजात पाने के लिए 100 ग्राम त्रिफला पाउडर के साथ 100 ग्राम बकायन और 100 ग्राम नीम की निबोली मिलाकर पाउडर बना लें। इसका सेवन करने से आपको लाभ मिलेगा।
बवासीर का इंजेक्शन कितने का आता है?
बवासीर को तीन डिग्रियों में बांटा गया है। जिसमें फर्स्ट डिग्री में रक्त आता है और मस्से अंदर होते हैं। वहीं सेकेंड डिग्री में मस्से पहले बाहर आते हैं फिर अंदर हो जाते हैं। इन दोनों श्रेणी में लेजर और इंजेक्शन से इलाज संभव है जिसमें 2000 रुपए तक का खर्चा है।
- कपूर से बवासीर का इलाज
- नींबू से बवासीर का इलाज
- फिटकरी से बवासीर का इलाज
- गर्म पानी से बवासीर का इलाज
- बवासीर में वैसलीन के फायदे
- केला से बवासीर का इलाज
- दही से बवासीर का इलाज
- दूध में नींबू मिलाकर पीने के फायदे
- पुरानी बवासीर का इलाज
- प्याज से बवासीर का इलाज
- अंदरूनी बवासीर का इलाज
- हल्दी से बवासीर का इलाज
- धागे से बवासीर का इलाज
- मिट्टी के तेल से बवासीर का इलाज
बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने का उपाय
मलाशय के आस-पास की नसों में सूजन की वजह से बवासीर यानी कि हैमराइड की समस्या होती है। इसकी सबसे प्रमुख वजह खान पान का अनियमित होना है। बवासीर दो तरह की होती है। अंदरूनी बवासीर में नसों की सूजन दिखाई नहीं देती जबकि बाहरी बवासीर में यह गुदा के बिल्कुल बाहर दिखाई देती है। इस बीमारी में जब मलत्याग किया जाता है तब अत्यधिक पीड़ा और फिर रक्त स्राव की समस्या होती है। कुछ आयुर्वेदिक औषधियां इसके उपचार में बहुत मददगार हैं। इनके इस्तेमाल से बवासीर से पूरी तरह से छुटकारा पाया जा सकता है।
छाछ और जीरा – बवासीर को जल्द से जल्दी ठीक करने का यह बेहतरीन उपाय है। दो लीटर छाछ में पचास ग्राम जारी पीसकर मिला लें और जब भी प्यास लगे तब पानी की जगह यह मिश्रण पिएं। तीने से चार दिन के अंदर ही लाभ दिखने लगेगा। छाछ की जगह पानी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसके लिए एक गिलास पानी में आधा चम्मच जारी पाउडर मिलाकर पिएं।
इसबगोल – इसबगोल की भूसी खाने से पेट साफ रहता है और मल की कठोरता कम होती है। इससे बवासीर में दर्द नहीं होता।
बड़ी इलायची – बड़ी इलायची की 50 ग्राम मात्रा लेकर तवे पर भून लीजिए। जब इलायची भूनत हुए जल जाए तब इसे तवे पर से उतारकर ठंडा कर लीजिए और पीसकर रख लीजिए। हर रोज सुबह खाली पेट इस चूर्ण के साथ पानी पीजिए। जल्दी ही बवासीर ठीक हो जाएगा।
किशमिश – रात को सोते समय सौ ग्राम किशमिश को पानी में भिगो दें। सुबह उठकर पानी में ही इसे मसल डालें और रोज इस पानी का सेवन करें। बवासीर रोग में यह बेहद फायदेमंद नुस्खा है।
जामुन – खूनी बवासीर में जामुन औप आम की गुठली बड़े काम की चीज होती है। जामुन और आम की गुठली के अंदर का भाग निकालकर इसे धूप में सुखा लें और इसका चूर्ण बना लें। इस चूर्ण की एक चम्मच मात्रा गुनगुने पानी या फिर छाछ के साथ सेवन करें। बवासीर में बेहद लाभ मिलेगा।