Treatment Of Sexual Dysfunction Gonorrhea In Delhi
सूजाक क्या है?
गोनोरिया (सूजाक) यौन क्रियाकलाप के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने वाले सबसे आम रोगों में से एक है। गोनोरिया एक संक्रमण है, जो एक यौन संचारित बैक्टीरिया जिसे ‘नेइसेरिया गोनोरिया’ (Neisseria Gonorrhoeae) कहा जाता है, के कारण फैलता है। यह पुरुष और स्त्री दोनों को संक्रमित कर सकता है। सूजाक अक्सर मूत्रमार्ग, मलाशय या गले को प्रभावित करता है। यह महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा (Cervix) को भी प्रभावित कर सकता है। सूजाक पीआईडी (पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज), ट्यूबो-डिम्बग्रंथि फोड़ा (Tubo-ovarian abscess) और बाँझपन का कारण हो सकता है। यह टॉयलेट सीट द्वारा नहीं फैलता है। सूजाक/गोनोरिया सेक्स के दौरान सबसे ज़्यादा फैलता है। अगर माँ संक्रमित हैं, तो प्रसव के दौरान शिशु भी इससे संक्रमित हो सकता है। गोनोरिया शिशुओं की आँखों को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है।
कई मामलों में, इसके कोई लक्षण दिखाई नहीं देते। आपको यह भी पता नहीं चलता कि आप संक्रमित हैं।
यदि आप किसी अन्य एसटीडी (STDs) से ग्रसित हैं, तो आपको सूजाक होने का खतरा बढ़ जाता है। कंडोम का उपयोग यौन संचारित संक्रमणों को रोकने का सर्वोत्तम उपाय है। सूजाक का उपचार आमतौर पर एंटीबायोटिक इंजेक्शन या एंटीबायोटिक दवाओं के साथ किया जाता है।
यदि आप सूजाक (गोनोरिया) से ग्रसित हैं, तो क्या करें? – what to do,if you have Gonorrhea
यदि आप सूजाक (गोनोरिया) से ग्रसित हैं, तो क्या करें? यदि आपको लगता है कि आपको गोनोरिया है, तो आपको यौन गतिविधि से बचना चाहिए। आपको तुरंत अपने डॉक्टर से भी संपर्क करना चाहिए।
चिकित्सक से मिलने के दौरान अपने लक्षणों को विस्तार से बताएं, अपने यौन इतिहास की चर्चा करें, पिछले यौन साझेदारों की जानकारी प्रदान करें ताकि चिकित्सक आपकी ओर से गुमनाम रूप से उनसे संपर्क कर सकें। यदि आप अपने यौन साझेदार के संपर्क में हों, तो उन्हें तुरंत परीक्षण करवाने के लिए कहना चाहिए। यदि आप एंटीबायोटिक दवाएं ले रहे हैं, तो दवा का पूरा कोर्स ख़त्म करना महत्वपूर्ण है, ताकि आपके संक्रमण का इलाज पूरी तरह से किया जा सके। अपने एंटीबायोटिक दवाओं के कोर्स को घटाने से जीवाणुओं में एंटीबायोटिक के प्रतिरोध को विकसित करने की संभावना अधिक हो जाती है। आपको यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका संक्रमण पूरी तरह से ठीक हो गया है या नहीं, एक या दो सप्ताह बाद अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए। यदि परिणाम नकारात्मक आते हैं और आपके यौन साथी को किसी भी तरह का संक्रमण नहीं है, तो यौन गतिविधि फिर से शुरू करना संभव है।
सूजाक के लक्षण – Sujak (Gonorrhea) Symptoms
सूजाक (गोनोरिया) के लक्षण क्या होते हैं?
सूजाक लक्षण आमतौर पर संक्रमण के दो से 14 दिनों के भीतर दिखाई देने लगते हैं। हालांकि, सूजाक से संक्रमित कुछ लोगों में कभी भी ध्यान देने योग्य लक्षण विकसित नहीं होते हैं। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि सूजाक से संक्रमित कोई व्यक्ति जिसमें लक्षण दिखाई नहीं देते, उसे एक गैर रोगसूचक वाहक (Nonsymptomatic Carrier) भी कहा जाता है और वह संक्रामक भी होता है। एक व्यक्ति जिसमें ध्यान देने योग्य लक्षण नहीं होते हैं, उससे संबंधित अन्य भागीदारों में संक्रमण के फैलने की संभावना अधिक होती है।
पुरुषों में लक्षण:
सूजाक के मामले में पुरुषों में कई हफ्तों के लिए ध्यान देने योग्य लक्षण विकसित नहीं होते हैं। कुछ पुरुषों में इसके लक्षणों का विकास कभी नहीं हो पाता है। साधारण रूप से संचरण के एक हफ्ते बाद संक्रमण लक्षण दिखाना शुरू कर देता है। अक्सर पेशाब के दौरान जलन और दर्द होना पुरुषों में पहला प्रत्यक्ष लक्षण है। जैसे संक्रमण बढ़ता है, अन्य लक्षण भी इसमें शामिल हो जाते हैं –
- बहुत बार पेशाब जाना
- लिंग से एक मवाद जैसा पदार्थ डिस्चार्ज होना या टपकना (सफेद, पीला, मटमैला या हरा)
- लिंग के छिद्र का सूजना या लाल होना
- अंडकोष में सूजन या दर्द
- गले में लगातार रहने वाली खराश
उपरोक्त लक्षणों का इलाज होने के बाद भी कुछ हफ्तों तक संक्रमण शरीर में मौजूद रहता है। दुर्लभ उदाहरणों में, गोनोरिया शरीर को विशेष रूप से मूत्रमार्ग और अंडकोष को लगातार नुकसान पहुंचा सकता है। इससे मलाशय में दर्द भी हो सकता है।
महिलाओं में लक्षण:
कई महिलाओं में सूजाक के किसी भी प्रत्यक्ष लक्षण का विकास नहीं होता है। जब महिलाओं में इसके लक्षणों का विकास होता है, तो वे हल्के या अन्य संक्रमणों के समान ही दिखाई देते हैं, जिससे उन्हें पहचानना अधिक मुश्किल हो जाता है। सूजाक संक्रमण साधारण रूप से योनि खमीर संक्रमण (Vaginal Yeast Infection) या योनि में बैक्टीरियल संक्रमण (Bacterial Vaginosis) की तरह दिखाई दे सकता है। इसके लक्षणों में शामिल है –
- योनि से डिस्चार्ज (पानी जैसा, गाढ़ा या हल्का हरा) होना
- पेशाब के दौरान दर्द या जलन महसूस होना
- बार-बार पेशाब करने की आवश्यकता
- मासिक धर्म में अत्यधिक रक्त स्राव होना,
- गले में खराश,
- सेक्स के दौरान दर्द होना
- पेट के निचले हिस्से में तेज़ दर्द
- बुखार
सूजाक के कारण – Gonorrhea (sujak) Causes
सूजाक (गोनोरिया) क्यों होता है?
यह यौन संचारित रोग (एसटीडी) एक बैक्टीरिया के द्वारा फैलता है, जिसे नेइसेरिया गोनोरिया कहा जाता है। भले ही यह सेक्स के माध्यम से फैलता है, लेकिन एक नर को इससे अपने सेक्स साथी को संक्रमित करने के लिए स्खलन की ज़रूरत नहीं होती है। आप किसी भी प्रकार के यौन संपर्क से सूजाक से संक्रमित हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं –
- योनि संभोग,
- गुदा मैथुन (एनल सेक्स)
- ओरल सेक्स (देना और प्राप्त करना दोनों)
अन्य रोगाणुओं की तरह आप सूजाक के बैक्टीरिया से संक्रमित हो सकते है, यदि आप किसी दूसरे व्यक्ति के संक्रमित हिस्से को स्पर्श करते हैं। यदि आप इस बैक्टीरिया से संक्रमित किसी व्यक्ति के लिंग, योनि, मुँह या गुदा के संपर्क में आते हैं, तो आपको गोनोरिया हो सकती है। गोनोरिया के रोगाणु शरीर के बाहर कुछ सेकंड से अधिक जीवित नहीं रह सकते हैं, इसलिए आप टॉयलेट सीट या कपड़े जैसे वस्तुओं को स्पर्श करके इस एसटीडी से संक्रमित नहीं हो सकते हैं। लेकिन जिन महिलाओं को सूजाक होता है, वे प्रसव के समय योनि की नली से बच्चे के के गुजरने के दौरान उसे इस बीमारी से संक्रमित कर सकती हैं। सी-सेक्शन (सिजेरियन डिलीवरी) से पैदा हुए बच्चे इस संक्रमण को अपनी माँ से फैलने से बच जाते हैं.
सूजाक से बचाव – Prevention of Gonorrhea
गोनोरिया के जोखिम को कम करने के लिए निम्न कदम उठाएं –
सेक्स करते समय कंडोम का प्रयोग करें –
सेक्स से दूर रहना गोनोरिया को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है, लेकिन अगर आप सेक्स करना चाहते हैं तो किसी भी प्रकार के यौन संपर्क (गुदा सेक्स, मौखिक सेक्स या योनि सेक्स) के दौरान कंडोम का उपयोग करें।
अपने साथी को यौन संचारित संक्रमणों की जांच कराने के लिए कहें –
पता करें कि आपके साथी ने सूजाक जैसे यौन संचारित संक्रमणों के लिए परीक्षण कराया है या नहीं। यदि नहीं, तो पूछें कि क्या वह परीक्षण कराने के लिए तैयार है।
किसी ऐसे व्यक्ति के साथ यौन संबंध न बनाएं, जिसमें कोई भी असामान्य लक्षण हो –
यदि आपके साथी में यौन संचारित संक्रमण के संकेत या लक्षण हैं, जैसे कि पेशाब करते समय जलन होना या लिंग पर चकत्ता या छाला होना, तो उस व्यक्ति के साथ यौन संबंध न बनाएं।
नियमित गोनोरिया स्क्रीनिंग का ध्यान रखें –
यौन रूप से सक्रिय 25 वर्ष से कम आयु की सभी महिलाओं और वृद्ध महिलाओं के लिए जिनमें संक्रमण का अधिक जोखिम रहता है, जैसे कि वे जिनका एक नया सेक्स पार्टनर हो, एक से अधिक सेक्स पार्टनर हों, एक सेक्स पार्टनर जिसने कई लोगों के साथ सेक्स किया हो या एसटीडी से संक्रमित सेक्स पार्टनर हो – के लिए वार्षिक स्क्रीनिंग की राय दी जाती है।
गे पुरुषों को करानी चाहिए नयमित रूप से सूजाक की जांच –
पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों और साथ ही उनके सहयोगियों के लिए भी नियमित रूप से स्क्रीनिंग की सिफारिश की जाती है। गोनोरिया के पुनः संक्रमण से बचने के लिए आपको और आपके सेक्स पार्टनर को उपचार पूरा करने और लक्षणों के समाधान के बाद सात दिनों तक असुरक्षित यौन सम्बन्ध से बचना चाहिए।
सूजाक का इलाज – Gonorrhea Treatment
सूजाक (गोनोरिया) का उपचार कैसे किया जाता है?
लक्षण प्रदर्शित होने पर डॉक्टर अन्य रोगों के अलावा सूजाक के लिए भी एक परीक्षण की सिफारिश कर सकते हैं। सूजाक के लिए परीक्षण मूत्र नमूना या प्रभावित क्षेत्र के एक ‘स्वाब’ नमूने का विश्लेषण करके पूरा किया जा सकता है। स्वाब नमूने आमतौर पर लिंग, गर्भाशय ग्रीवा, मूत्रमार्ग, गुदा और गले से लिए जाते हैं।
महिलाओं के लिए होम किट भी उपलब्ध हैं, जिनमें योनि स्वाब शामिल हैं। ये किट एक लैब में भेजी जाती हैं और परिणाम से सीधे रोगी को सूचित किया जाता है।
यदि सूजाक संक्रमण के लिए किये गए परीक्षणों का नतीजा सकारात्मक होता है, तो संक्रमित व्यक्ति और उनके साथी को उपचार कराना होता है। इनमें आमतौर पर शामिल होते हैं –
एंटीबायोटिक्स –
चिकित्सक संभावित रूप से इंजेक्शन (सेफ्ट्रियाक्सनए – Ceftriaxone) और एक मौखिक दवा (एजिथ्रोमाइसिन) दोनों का परामर्श देंगे।
संभोग से बचें –
जब तक इलाज पूरा नहीं हो जाता है, तब तक जटिलताओं और संक्रमण के प्रसार का खतरा रहता है।
कुछ मामलों में पुनः परीक्षण –
यह सुनिश्चित करने के लिए हमेशा परीक्षण करना आवश्यक नहीं है कि उपचार कारगर साबित हो रहा है या नहीं। हालांकि, सीडीसी कुछ रोगियों के लिए पुन: परीक्षण करने की सिफारिश करता है और एक चिकित्सक तय करेंगे कि क्या यह आवश्यक है। उपचार के 7 दिनों के बाद पुनः परीक्षण करना चाहिए।
यदि एक महिला गर्भवती है और सूजाक से संक्रमित है, तो नवजात शिशु को सूजाक हस्तांतरण से बचाने के लिए आँखों का मरहम दिया जाता है। हालांकि, यदि आँख का संक्रमण बढ़ जाता है तो एंटीबायोटिक दवाओं की आवश्यकता पड़ सकती है।