Advantages and disadvantages of masturbation and ways to quit

हस्तमैथुन – Masturbation in Hindi

Advantages and disadvantages of masturbation and ways to quit

हस्तमैथुन करना प्राकृतिक है। शरीर को आंनंद महसूस करवाने, सेक्सुअल तनाव को दूर करने और अपने शरीर को जानने के लिए ये एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीक़ा है।

हस्तमैथुन सभी लिंग और जाति के लोग करते हैं। मिथको के बावजूद, वास्तव में हस्तमैथुन से शरीर को किसी भी प्रकार से नुकसान नहीं होता है। हालांकि, अत्यधिक हस्तमैथुन आपके संबंधों और दैनिक जीवन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।

हस्तमैथुन के फायदे – Benefits of masturbation in Hindi

हस्तमैथुन एक स्वस्थ यौन गतिविधि है। इसके, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए कई लाभ हैं। अध्ययन के मुताबिक हस्तमैथुन के सीमित लाभ हैं। लेकिन अध्ययन से इस बात का पता चलता है कि हस्तमैथुन के माध्यम से यौन उत्तेजना को बढ़ाया जा सकता है।

  • मानसिक तनाव से राहत दिलाने में
  • भरपूर नींद दिलाने में
  • मूड़ को बेहतर बनाने में
  • आराम में
  • ख़ुशी महसूस करवाने में
  • ऐंठन से राहत दिलाने में
  • यौन तनाव को दूर करने में
  • बेहतर सेक्स के लिए
  • अपनी इच्छाओं और जरूरतों को बेहतर ढंग से समझें में

हस्तमैथुन के नुकसान – Side effect of masturbation in Hindi

हस्तमैथुन किसी भी तरह से हानिकारक नहीं है। हालांकि कुछ लोग हस्तमैथुन को ग़लत मानते हैं। इसके अलावा कुछ लोगों में ये भी धारणा है कि लंबे समय से हस्तमैथुन करने से कुछ समस्या हो सकती है।

हस्तमैथुन के प्रति ग़लत अवधारणा

सांस्कृतिक, आध्यात्मिक या धार्मिक विश्वासों के आधार पर कुछ लोग हस्तमैथुन को ग़लत मानते हैं। हस्तमैथुन न तो गलत है और न ही अनैतिक है। लेकिन आज भी इसके प्रति कुछ लोगों की धारणा गलत और खराब बनी हुई है। यदि आप हस्तेमैथुन को गलत मानते हैं, तो अपने भरोसेमंद दोस्त से इसके बारे में बात करें और अपनी परेशानियों को उससे साझा करें। इसके अलावा आप यौन स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह ले सकते हैं।

हस्तमैथुन की लत पड़ना

कुछ लोग हस्तमैथुन करने के आदी हो जाते हैं। यदि आप हस्तमैथुन के लिए बहुत अधिक समय देते हैं, तो आपका दैनिक जीवन इससे प्रभावित हो सकता है। जैसे –

  • काम या दैनिक गतिविधियों को छोड़ देना
  • काम न करना या स्कूल न जाना
  • दोस्तों या परिवार के साथ समय न बिताना
  • महत्वपूर्ण सामाजिक कार्यक्रमों शामिल न होना

हस्तमैथुन की लत पड़ने से आपके रिश्ते और दैनिक जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। बहुत अधिक हस्तमैथुन करना आपके काम या पढ़ाई में भी बाधा डाल सकता है, जिससे आपके तरक्क़ी में रूकावट आ सकती है। इससे अलावा इससे दोस्ती में भी खटास आ सकती है क्योंकि आप अपने दोस्त के साथ ज्यादा समय व्यतीत नहीं कर पाओगे।

क्या हस्तमैथुन करने से यौन उत्तेजना कम होती है?

  • जिन महिलाओं को यौन रोग है, वो हस्तमैथुन के माध्यम से यौन इच्छा और संवेदनशीलता को बढ़ा सकते हैं। 2009 में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग हस्तमैथुन करते थे, उनकी कामोत्तेजना और यौन इच्छा अधिक थी। साथ ही हस्तमैथुन करने से महिलाओं में सेक्स के दौरान योनी में चिकनेपन में वृद्धी होता है, जो बेहतर सेक्स के लिए उपयोगी है।
  • हस्तमैथुन करने का तरीक़ा, सेक्स के दौरान पुरूषों की संवेदनशीलता को प्रभावित कर सकता है। शोध के अनुसार, लिंग को अधिक कस कर पकड़ के हस्तमैथुन करने से सेक्स के दौरान संवेदनशीतला कम हो सकती है। इसलिए यौन स्वास्थ्य विशेषज्ञ का मानना है कि हस्तमैथुन करने के तरीक़े में परिवर्तन लाकर सेक्स के दौरान संवेदनशीलता के स्तर को बढ़ाया जा सकता है।

हस्तमैथुन से होने वाली बीमारियां – Diseases related to masturbation in Hindi

हस्तमैथुन के प्रति हमारे समाज में कई प्रकार की ग़लत अवधारणाएं या मिथक हैं। जैसे हस्तमैथुन करने से बिमारी होती है, कमज़ोरी आती है अंधापन आ जाता है। इसलिए इन बातों से बिल्कुल भी परेशान न हों और इस बात को अपने दिमाग़ से निकाल दें कि हस्तमैथुन करने से बिमारी होती है।

हस्तमैथुन छोड़ने के उपाय – Remedies to quit masturbation in Hindi

खाना, कपड़ा और मकान की तरह सेक्स भी इंसान की एक बुनियादी ज़रूरत है। हमारी सेक्स की ज़रूरत को पूरा करने का दूसरा प्राकृतिक तरीक़ा है हस्तमैथुन। 70 प्रतिशत अविवाहित पुरूष नियमित रूप से हस्तमैथुन करते हैं। इसलिए इस आदत को बिमारी न समझें और न ही हैस्तमैथुन करने पर बुरा महसूस करें।

यदि आप चिंतित हैं कि आप हस्तमैथुन की लत में पड़ चुके हैं, तो अपने डॉक्टर या काउन्सलर से बात करें और इसे कम करने के उपाय के बारे में पूछें। डॉक्टर की सलाह आपको हस्तमैथुन छुड़ाने में मदद करेगा। आप हस्तमैथुन की जगह उससे संबंधि अन्य गतिविधियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगली बार जब आपको हस्तमैथुन करने की इच्छा हो तो ज़रूर कोशिश करें।

  • रनिंग करने के लिए जाएं
  • कोई पत्र लिखें
  • दोस्तों के साथ समय बिताएं
  • टहलने के लिए निकल जाएं

क्या प्रेग्नन्सी के दौरान हस्तमैथुन कर सकते है – Masturbation during pregnancy in Hindi

गर्भावस्था के दौरान हार्मोन बदलता है क्योंकि कुछ गर्भवती महिलाएं इस दौरान अधिक यौन उत्तेजना महसूस करती हैं। हस्तमैथुन, गर्भावस्था के दौरान यौन तनाव को कम करने का एक बेहतर और सुरक्षित तरीका है। हस्तमैथुन करने से गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्या जैसे पीठ के निचले हिस्से में दर्द से भी राहत मिलती है। आप कामोत्तेजना के दौरान या कामोत्तेजना की चरमावस्था के बाद, नरमी और अनियमित ऐठन महसूस कर सकते हैं। हांलाकि कुछ देर आप अच्छा महसूस करने लगेंगे। यदि ऐसा नहीं होता है और दर्द बढ़ जाता है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

गर्भावस्था के दौरान अधिक जोखिम वाली महिलाओं के लिए हस्तमैथुन नुक़सानदायक भी हो सकता है क्योंकि इससे दर्द और बढ़ सकता है।

हस्तमैथुन से जुड़े सच-झूठ – Facts and myths related to masturbation in Hindi

झूठ – अत्यधिक हस्तमैथुन करने से, सेक्स के दौरान लिंग की उत्तेजना में कमी आना

सच – स्तंभन दोष या सेक्स के दौरान लिंग की उत्तेजना में कमी आना, हस्तमैथुन की वजह से नहीं होती है। डॉ. अल्फ्रेड स्पैडट कहते हैं, जब हम बार-बार हस्तमैथुन करते हैं, तो उस स्पर्श के आदी हो जाते हैं और अपने साथी के साथ संभोग के कठिन तरीक़े ढ़ूढ़ते हैं।

झूठ – आप बहुत अधिक हस्तमैथुन करते हैं

सच – हस्तमैथुन आपके यौन इच्छा को पूरा करने का एक दूसरा तरीक़ा है। लेकिन जब इससे स्वास्थय में बुरा प्रभाव पड़ने लगे तब ये आपके लिए नुक़सानदायक हो सकता है। इसके अतिरिक्त यदि हस्तमैथुन करने से आपके शरीर में दर्द और दैनिक जीवन प्रभावित होने लगे, तब हमें इसके बारे में सोचना चाहिए।

झूठ – हस्तमैथुन का कोई स्वास्थ्य लाभ नहीं है

सच – मैरी शुए कहते हैं कि हस्तमैथुन के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। जैसे बेहतर नींद, तनाव, चिंता कम, सिर दर्द, एकाग्रता, आत्मसम्मान बढ़ाने में और हमें अधिक फिट रखने में।

झूठ – हस्तमैथुन करने के बाद कमजोरी क्यों महसूस होने लगती है

सच – हस्तमैथुन के बाद कमजोरी महसूस होना। सांस फूलना, धड़कनों का तेज होना, किसी काम को करने में मन न लगना, हाथ-पैर से पसीना आना या जल्द ही डिस्चार्ज (शीघ्रपतन) हो जाने की समस्या देखी जाती है। ये सभी बातें सिर्फ और सिर्फ मिथक हैं या लोगों के द्वारा बनाए गए अवधारणाएं ।

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